मेरे खामोश लफ़्ज़ों का बयान हो तुम मेरे रूह से गुजरती हर सुबह की अज़ान हो तुम ज़िन्दगी की इस तपिश में जिसे चाहूं मै जीना ऐसा वो अरमान हो तुम मेरी गीता मेरी कुरान हो तुम.. ©Gaurav Mathur #मेरे खामोश लफ़्ज़ों का बयान