साधना साधना कि पथ में अँधेरा नजर आए जिन्दगी की सफऱ में धुएँ नजर आए। जमाना मसखरी हमारे साथ करे इजहार मुहब्बत तोड़ते नजर आए। तुम्हारें लिये हम गीत भी लिखें थे प्रेम से हृदय से लगाए न नजर आए। इंतजार करा कर किधर वो चलें गए मझदार में छोड़ कोप हुए नजर आए। अल्फाज लिखूँगी तुम्हारें लिये ही जगत को पढ़ा कर परिहास नजर आए।।। अर्पणा दुबे अनूपपुर मध्यप्रदेश। ©arpana dubey #writing