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मां शब्द ही अपने में परिपूर्ण है दुनिया में चाहे ह

मां शब्द ही अपने में परिपूर्ण है
दुनिया में चाहे हम कितने भी क्यू न रिश्ते से बंधे हुए हो पर मां और संतान 
के बीच एक प्रेम की ऐसी डोर है
जो टूट नही सकती मां अपना पेट भरे न
भरे पर अपने संतान का पेट जरूर भर्ती है

©आशीष के अल्फाज मां शब्द ही अपने में परिपूर्ण है
दुनिया में चाहे हम कितने भी क्यू न रिश्ते से बंधे हुए हो पर मां और संतान 
के बीच एक प्रेम की ऐसी डोर है
जो टूट नही सकती मां अपना पेट भरे न
भरे पर अपने संतान का पेट जरूर भर्ती है।  #nojohindi  #मां #Top  #yourqoute

मां शब्द ही अपने में परिपूर्ण है दुनिया में चाहे हम कितने भी क्यू न रिश्ते से बंधे हुए हो पर मां और संतान के बीच एक प्रेम की ऐसी डोर है जो टूट नही सकती मां अपना पेट भरे न भरे पर अपने संतान का पेट जरूर भर्ती है। #nojohindi #मां #Top #yourqoute

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