Caption मीरा का काँटों में भी फूलों सा मुस्कुराना या अमृता का साहिर पर जीवन लुटाना या किसी याद में देवदास का पारो पारो कहना इश्क़ अगर नाम है बर्बादी का तो मुझे मंज़ूर नहीं ये बर्बादी ए जहां तुम मुझे जला देना, हवा देना.. पर न छेड़ना राख मेरी मैं फिनिक्स हो अपनी ही राख से फिर जन्मूंगी