शरारत भरी नजर जब उससे मिली तो, शर्म से आंखे झुका ली उसने! झुकाकर नजर मेरे पास से गुजरी, सांसो को जैसा समेटा हो उसने! मगर कमबख्त हमारी सादगी ने उसको मजबूर कर दिया, हाय कि मुड़ के देखा उसने! कुछ कहने की हिम्मत न जुटा पाई तब, मेरी ओर कागज का टुकड़ा फेंका उसने! झट से कागज उठाकर खोला मैंने तो, आप पसंद आ गए, ऐसा लिखा है उसने!!!! ©Arvin Badam Singh #Relationship अब्र The Imperfect