दर्द भरा रहा मंजर ओ कश्मीर फाइल का क्या पता नहीं चलता लोगों को दलितों की फाइल का खूब आंसू बहाओ खूब गालियां दो उन उपद्रवियों को क्या जमीर बेच दिया जो अत्याचार कर रहे निचली जातियों का दुःख जताओ जो गलत हुआ है मानव पर पर उस मानव को क्यू याद नहीं करते जिनको मिटा रहे हैं जानकर हर इंसान का दर्द दर्द होता है सबके लिए खड़े हो जाओ कोई यहाँ अलग नहीं धरती पर जो इंसान है उसको भी सम्मान दिलाओ छुआ छूत का बाड़ जो है तोड़कर दिखलाओ शोषित बंचित की भी ओ देश के पड़े लिखे कभी तो उनकी आवाज बन जाओ कश्मीर फाइल का सम्मान है जरा और फाइल भी बनाओ देखे लोग उसे भी जो अपने सम्मान गंवाये दिलाओ उनके हक अधिकार जो सदियों से है बंचित उनका भी उद्धार करो हे देश के संचित Mnchit ©Aarav shayari #sbki file #KashmiriFiles