बात सीधी थी पर एक बार भाषा के चक्कर में जरा टेढ़ी फंस गई । उसे पाने की कोशिश में भाषा को उलटा पलटा और मरोड़ घुमाया फिराया कि बात या तो बने या फिर भाषा से बाहर आएं लेकिन इसे भाषा के साथ-साथ बाद और भी पेचीदा होती चली गई © Sheikh Haseeb Ansari बात सीधी थी पर #LastNight