मुझे बंधन में बंधना पसंद नहीं हमेशा ही उन्मुक्त पंछी सा उड़ते ही मै, मुझे और तुझे अच्छा लगा हूँ... मेरी हँसी जो तुझे अच्छी लगी नहीं थी ऐसी पहले कभी आज़ाद किया मन को पिंजरे से मैं खुले गगन में उड़ने लगा हूँ... #yqdidi #snehlata #song #lyrics #hindi