कोई नाम का मारा है, कोई काम का मारा है। बाज़ारू हर एक चेहरा बस दाम का मारा है।। इस राह-ए- सियासत में रोएँ की हँसे उसपर। आग़ाज़ करने वाला अंजाम का मारा है।। ©Santosh Pathak #बाज़ारू #grey