हवाओं में लहराते वो बालों की लतें झूलों पर खिलखिलाती वो प्यारी सी हसी बेफिक्री से भरी हुई वो खेल के मैदान जहां मिलकर खेलते हम सभी दोस्तों के सात कागज़ की कश्ती भी जब दे जाती बारिश के पानी में हमको वो मुस्कान ऐसा प्यारा बचपन याद आता है आज भी हमें वो सावन।।। ©varsha khanwani #Childhood #Childhood