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इस बेरहम दुनिया मे, मैंने खुदा को स्वीकार कर लिया

इस बेरहम दुनिया मे, मैंने खुदा को स्वीकार कर लिया
आँखें बंद करके जो मैंने  *माँ*  तेरा दीदार कर लिया माँ 
ईस्वर की एक अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय रचना
जिसके अस्तितव की गहराई का कोई पता नही लगा सकता खुद भगवान भी इसकी कोख से जन्म लेने को आतुर हो गए थे
मैं ये नही कहना चाहता कि मेरी माँ दुनिया की बेस्ट माँ है
क्योंकि अगर ये कहा तो अन्य माँओं की ममता के साथ अन्याय होगा 
लेकिन माँ को शब्दो का रूप देना ये माँ के साथ अन्याय है 
क्योंकि माँ को किसी रूप की नही बस समझने की जरूरत है
क्योंकि इनका बर्णन हम कभी भी किसी भी लफ्ज़ या भाषा में नही कर सकते
इस बेरहम दुनिया मे, मैंने खुदा को स्वीकार कर लिया
आँखें बंद करके जो मैंने  *माँ*  तेरा दीदार कर लिया माँ 
ईस्वर की एक अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय रचना
जिसके अस्तितव की गहराई का कोई पता नही लगा सकता खुद भगवान भी इसकी कोख से जन्म लेने को आतुर हो गए थे
मैं ये नही कहना चाहता कि मेरी माँ दुनिया की बेस्ट माँ है
क्योंकि अगर ये कहा तो अन्य माँओं की ममता के साथ अन्याय होगा 
लेकिन माँ को शब्दो का रूप देना ये माँ के साथ अन्याय है 
क्योंकि माँ को किसी रूप की नही बस समझने की जरूरत है
क्योंकि इनका बर्णन हम कभी भी किसी भी लफ्ज़ या भाषा में नही कर सकते