चिराग़ों से न पूछो बाक़ी तेल कितना है। साँसों से न पूछो बाक़ी खेल कितना है। पूछो इस कफ़न में लिपटे हुए मुर्दे से ज़िंदगी में ग़म कितना कफ़न में चैन कितना है। ©@Abdul Hakim #jhand life