#NojotoStreak वो सब अपने मिलकर झूट बोल रहे थे बड़े सलीक़े से,मैं उनपे ऐतबार न करती तो और क्या करती//१
लफ़्ज़ों से कहाँ लिखी जाती है,बेचैनियां दिलों की,मैं तुझे दिल से हरबार न पुकारती तो और क्या करती//२
तहज़ीब में भी उसकी क्या ख़ूब सियासत है,नमक भी अदा किया तो ज़ख़्मों पे छिड़क के,मैं उसका ये वार सबको न बताती तो और क्या करती//३
वो हमदर्द है तो इक़रार क्यों नहीं करते,गर हो चुके बदगुमां,मैं उनको सौबार न आजमाती तो और क्या करती//४
#Silence#nojotohindi#shamawritesBebaak