उस पत्थर को तराशा इन हाथो ने, अब वो खुदा बन बैठे निगाहों में l अपने पास रख सकू इतनी हैसियत नहीं, कर लूँ जुदा खुदसे इतनी हिम्मत भी नहीं l #खुदाई