बंट गई मेरी मोहब्बत भी आज फिरको मैं.... ।। यहां हर कोई उंगलियां उठा कर चल देते है.... ।। अहमद हुसैन उंगलियां लाख उठे मेरे इश्क़_ए- फिरको पर.... ।। हम बांटते गए मोहब्बत बढ़ता गया.... ।। फलक नूर #InspireThroughWriting #जुगलबंदी #Falak_Noor