बोल अये ज़िन्दगी तेरे मर्ज़ी क्या हैं, रास्ते कंटीले है,पथरीले हैं, दिल में दफ़न हज़ार कीले हैं दिमाग़ में हजारों सर्प दंश हैं, फ़िर भी हम उम्मीदों में नजरबंद हैं, बोल अये ज़िंदगी, तेरी महफ़िल कहाँ हैं, हम गिरे औंधेमुह फ़िर भी दर्पण में साफ़ हैं, रास्ते की परवाह नहीं बस ज़िन्दगी तेरी चाह है, कदम दर कदम डगमगाते हैं, गिरतीं आँसू में भी हंस जाते हैं। बोल आये ज़िंदगी, तेरी रिवाज़ क्या हैं। praajm_amit😶 #Life ,#zindagi,#ummid,#lifeisagame #allalone NiyaaKa____❤ बेबाक लेखक 💌✍️