कई महफिलों में गया हूं, हजारों मयखाने देखे,, तेरी आंखों सा शाकी कहीं नहीं, गुजरे कई जमाने देखे।... #NojotoQuote #महफ़िल #मयखाने #आंख #शाकी #अजीत_चौरसिया