दबी हुई है ज़ेहन में, अटकी है गले में चीख है जो कहना चाहती है ज़ुल्म की दास्तान चुप है फिर भी जानती है वो भी हैवानियत से खुदा भी डरा है क्योंकि Challenge-135 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #चीख #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️