इंसान बनना है कोई जोगिया नहीं, आत्मविश्वास रखना है, कोई फोबिया नहीं, मिलते है हजारों किरदार बाजार में, इंजन बनना है, रेल की बोगिया नहीं। ©Vik Pathak जोगिया। #guru