उतनी ही जितना निभा सकते, झूठी वादा चक्की के जैैसे है, जिसमें दोनों पीसे जाते, करने वाले भी, और सुनने वाले भी, अफशोस, पछतावा ही रह जाता फिर, और कुछ नहीं होता। यूँ देखें तो वादा शब्दों का एक जोड़ है मगर शब्दों का यह जोड़ इंसान की पहचान निर्धारित करता है। वह प्रेम हो या कोई और रिश्ता या दुनियादारी हो। इस सारे व्यवहार का आधार वादा है। #वादाकरो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi