हम लडते रहे उनके लिए, जो कभी हमारे नहीं थे; हमने सहारे उनहे दिये, जो कभी बसहारे नहीं थे; हम उन महलों में रहने लगे, जिन महलों के कभी चुबारे नहीं थे✍✍Diljanjua06 #dokhebaz #sad