में अक्सर लोगों को देखता हूं हिजडे को देखते ही उन सब के चेहरों पर न जाने कौन सी मजाकिया हंसी का गंदा फव्वारा फूटने लगता है शायद वो सब उनके मुकम्मल पन से खौफ खाने लगते हैं .में जब हर मसले पर बोलने और लिखने वालों के कलम के नीचे इन हिजडो का जिक्र नही देखता तो मुझे ऐसा लगने लगा की शायद इनका हमारे बीच होना बहुत कुछ सोचने पर मजबूर करता है अगर हम उन्हें पूरा या अपने जैसा मुकम्मल नहीं समझते तो मेरे ख्याल से इस दुनियां मे कोई चीज़ मुकम्मल नही है सब कुछ अधूरा अधूरा सा है इन सब चीजों से जैसे जैसे पर्दा उठता जायेगा बहुत सारे लोगों की सोच बदलेगी जब इनकी सच्चाई लिखी जायेगी इन पे लिखी गई बहुत सी किताबें और यकीन और हमारी नजर में अधूरा पन फिर से मुकम्मल होके सामने आता रहेगा … Ashab Khan tru awkml #हिजडे