चाँद का कसूर बस इतना ह उसके हर जिक्र में नाम तेरा होता था खूबसूरत इतनी थी वो हर रात में भी मेरे लिए सवेरा था नज़र ना लग जाए उसको किसी की इसलिए नाम चांदनी पर गालों पर तिल गहरा था B-*+666