Nojoto: Largest Storytelling Platform

कहना चाहती हूँ तुमसे बहुत कुछ पर कहने की कभी हिम्म

कहना चाहती हूँ तुमसे बहुत कुछ
पर कहने की कभी हिम्मत ही नहीं होती
बहुत सारी बातें हैं जेहन में
पर अफ़सोस कि किसी को बोल नहीं सकती
घुट - घुट कर जी रही हूँ तुमसे बिछड़ कर
तुम वापस आ जाओ अब, मैं ये कह नहीं सकती

©Tripti singh #खामोशी #वापिस_आजा
कहना चाहती हूँ तुमसे बहुत कुछ
पर कहने की कभी हिम्मत ही नहीं होती
बहुत सारी बातें हैं जेहन में
पर अफ़सोस कि किसी को बोल नहीं सकती
घुट - घुट कर जी रही हूँ तुमसे बिछड़ कर
तुम वापस आ जाओ अब, मैं ये कह नहीं सकती

©Tripti singh #खामोशी #वापिस_आजा