पच्चीस साल की कुँवारी लड़की अपने बारे में जितना नहीं सोचती उससे ज़्यादा उसकी माँ सोचती है उसकी शादी के बारे में उसके पिता सोचते हैं उसके सपने के बारे मे उसका भाई सोचता है उसकी हिफाज़त के बारे में उसके पड़ोसी सोचते हैं उसके चरित्र के बारे में उसके दफ़्तर के लोग सोचते हैं उसके कुँआरेपन के बारे में.... #मेरी बहन मेरी जिंदगी ©DILBAG J KHAN #meribahan