किसी शाम के जैसे, धुंधली सी तस्वीर तुम्हारी, दिल में थी हम ना समझे, बात इतनी सी थी शाम के आगे, रात खड़ी वो रात थी तन्हा कट ही गई हम सुबह की जानिब चलते रहे कुछ डरे थके कभी थोड़ा रुके कुछ खुद की सुनी कुछ खुद से कहे जो कह ना सके वो लिखते रहे वह सुबह का मौसम शाम सा था पर धीरे-धीरे धुंध छटी सब साफ हुआ सब दिखने लगा कुछ यूं उलझा में जीवन में वो शाम सा चेहरा भूल गया बात इतनी सी है #baatitnisihai #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqbaba #yqdidi #yqnazm