वादा हाँ वादा किया था उसने पर नशे में जो अब भूल गया है नशा उतने के बाद हाँ उसने किया था अपनी बाहों में भर कर आलिंगन मेरा जो सुबह झटक दिया उसने नींद खुलने के बाद हाँ छाई थी उसकी आंखो में मैं सुरमे कि तरह जो धुल गयी थी उसके मुह धोने के बाद पर जाने क्यों आप भी उस पर उसी हक से हक जताती हूँ जो मेरा हुआ था किसी और के जाने के बाद खत्म होता नहीं है दिन और उस पर ये लम्बी राते नींद आज तक नहीं आयी हमे उसके रूठ जाने के बाद मेरे हर बाले को उसने याद खरा है बड़े शौक से और वो अपना वादा भूल गया किसी गैर से वादा निभाने के बाद बाद