Nojoto: Largest Storytelling Platform

बहोत अन्दर तक तबाही मचाता हैं वो आँसू जो आँखों से

बहोत अन्दर तक तबाही मचाता हैं 
वो आँसू
जो आँखों से बह नही पाता।
Mr. Shahjad Shah...✍️ gd m.....
बहोत अन्दर तक तबाही मचाता हैं 
वो आँसू
जो आँखों से बह नही पाता।
Mr. Shahjad Shah...✍️ gd m.....
jamirshah7179

JAMIR SHAH

New Creator