कुछ अमोल ही अकारण ही बिन जाने मुझे अपना दुश्मन समझते हैं, कुछ तंज़ करने से अबतक बाज़ नहीं आये । आधों को मालूम ही नही बातों का और बाकी बचे जलने वाले कुल मिलाके सब ही हैं पर सब जाएं भाड़ में किसीकी इतनी हिम्मत है जो आगे से मुँह खोले सब यहाँ राजनेताओं की तरह हैं हैं कुछ नहीं और ख़्याल वाह रे वाह कल के प्रधान मंत्री कहें मैं बनूँगा या बनूँगी राष्ट्र को चलाने वाली/वाला वाक्यों से क्रांति बस मैं ही लाकर रहूँगी/रहूँगा । अरे करो जो करना है मुझे क्यों घसीट रहे हो । और मेरे कारण किसी और को पीड़ित कर के मस्त हो । किसने कहा कि हम... #किसनेकहा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi