सफलता की खुशी मनाता, हार से सीख सिखाता। कभी लक्ष्य के पास है लाता, कभी डगर में धुंध भर जाता।। बड़ा ही अदभुत यह साल रहा, मेरा अदभुत यह साल रहा, अंतिम चरण में आकर उसने सुन्दर देकर स्वप्न कहा, जो रह गया उसको कर लो प्राप्त, पुराना अंत और नई शुरुआत।। Participate in this #rapidfire and dedicate a 4 line poem to the year 2019. #4line2019poem #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Baba