किसी पराए के गुलाम बनकर जीने से अच्छा है कि अपनो के साथ मिलकर अपनी कड़ी मेहनत से कमा कर इज्जत की दो रोटी ही खाई जाए और अपनो को भी कड़ी मेहनत करके इज्जत से जीना सिखाया जाए ©Sandeep kumar Sakhawar good gift