ऐ बावरी इतनी न बन बावरी तुम्हारे लिए ही बजे मेरी बासरी तु शरमिली तु बावरी तु राधा और मै हरी संभल जरा सा ठहर जरा सा सबकी नजर तुझ पर कडी ऐ बावरी इतनी न बन बावरी ॥ तेरा पल्लु उडे हवा मे बावरी दिल यह गिरे मेरा दिल से बावरी तु प्यारी सी चले बनठन के बावरी मन मेरा करे मेहसुस घुटन बावरी ऐ बावरी इतनी न बन बावरी ॥ ©KadamKl #my_happiness #poem #Love #hindi_poetry #Hindi #Love