नज़रे मिली तो इश्क़ का बुख़ार हुआ जाता हैं दिल में उठते हैं कई गुबार मिलने का खुमार हुआ जाता हैं बन जाता हैं जुनून दिलबर जहन में शुमार हुआ जाता हैं रोकती हैं दुनिया इश्क़ को यहाँ वहाँ आशिक खूंखार हुआ जाता हैं। नज़रे मिली तो जीना दुश्वार हुआ जाता हैं। जीना दुश्वार हो जाता हैं जब नज़रो का खेल हो जाता हैं नज़रो का खेल को पूरा पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें #जीनादुश्वार #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #paidstory #ravikirtikikalamse #ravikirti_poetry