The horrible day जो मेरी तरह मुसाफिर था वो बोला आप यहाँ से जल्दी निकालिये मुझे बस इसी मौके की तलाश थी जैसे कोई थोड़ी सी मदद कर दे मैं लगतार भगवान का नाम ले रहा था ओर किस्मत से मैं अपने बाइक के पास था मैं तुरंत बैठा ओर स्टार्ट किया और भाई से बोला बैठो जल्दी ओर हवा के रफ्तार से भागने लगा मैं दूर निकल चुका था जो सुकून, शांति, जीत जो आंनद ओर जैसे दुनिया की सबसे कीमती चीज़ मुझे मिल गई हो एक ऐसा एहसास था और अपने घर के पास आके सोचने लगा कि.. next part go to my profile. part-4