बुरा न मानना मुझे बहुत कुछ तेरी ही दोष दिखती है तुझे अपने रूप पर गर्व, तू समझती वह तेरे श्रृंगार पर मुग्ध होकर, तेरे ओर खींचा चला आएगा ! ऐसे मर्द होते है, यह हम जानते है औ वह स्नेह टिकाऊ नहीं न जाने क्यो तू उसे अपने ओर खींचना चाहती हो!! वह तो मुझे विचारशील मालूम होता है सच कहती हूँ ह्रदय चिंता भार से इतना दबा हुआ हो उसे पूर्व स्नेह औ सेवा से मित्रता करने के बाद तभी प्रेम का बीज बोया जाये ।। बुरा न मानना 😞 #Dedicated #hindiquoutes #hindihindi