दग़ा तो अबतक सेह रहा हूँ उम्मीद करके की अपने हैं अभी क्या करूँ.. अब किसी को बताकर भी हासिल क्या की क्या हाल क्या है कोई आता ही नहीं इस उजाड़ दामन के कांटे उठाने जिस्से किस्से कह अब अपना मानूं अब अकेले एक के सहारे मुमकिन नहीं है जहां का आशियाना कुछ ग़म का फ़साना अब कहिये कैसे है बताना *हमें तो अपनो ने ही लूटा है जलाके ज़िंदा मेरी कश्ती भी डूबी जहां पानी ही खून था अब्र को तो कश्ती के लायक कहाँ छोड़ा आज सूखी रेत की लहर पर बिन हवा ये खड़ा..... #yourqutedidi #yourquotebaba #familyissues #nothing #leftalone