हर मिन्नत कर ली सब कुछ कह दिया हर जख्म दिखाए ,जाने कब , किस घड़ी दिल दे बैठी दो घड़ी साथ बिताने की छोटी सी इल्तज़ा की थी, तुम यूँ गए ,ना लौटने के लिए ऐसा भी मक़ाम आता है, जब किसी के लिए इंतज़ार भी नहीं रहता। #इंतज़ारनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#इंतजारनहीं #collab #YourQuoteAndMine