वैसे तो नज़रें हमसे चुराता नहीं कोई
पर क्या करें कि अपना बनाता नहीं कोई
शायद किसी को हम पर भरोसा नहीं रहा
अब हाल ए दिल अपना सुनाता नहीं कोई
तारिकियाँ है राह ए मोहब्बत़ में हर तरफ
अब वफ़ा की शमा जलाता नहीं कोई
मिटकर वफ़ा में हमनें ये सच्चाई जान ली
बर्बाद महफिलो को सजाता नहीं कोई #Like#Comment#YourQuoteAndMine#Adhuri#love_life