बचपन और भूत याद है आज भी मुझे जब माँ डरा देती थी भूत के नाम से बेसमझ;बेअकल सा कहीं भी भाग जाता था मैं और माँ बोलती थी पापा गुस्सा हो जाएंगे तेरे इस काम से आज भी सोचता हूँ; वो भूत कितना भी क्यों न डरावना हो लेकिन बच नही पाएगा मेरी माँ के आँचल और मेरी माँ की ममता के नाम से #BachpanAurBhoot mai meri maa or bhoot #shayari #poet #nojotohindi