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नमस्कार प्यारे दोस्तों सबसे पहले सबका शुक्र | Hin

नमस्कार Nojoto प्यारे दोस्तों
सबसे पहले सबका शुक्रीया जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया|४०० से ज्यादा follower और २००० के करीब  likes मिले हैं|कभी सोचा नही था इतना प्यार मिलेगा पर मिला,मैं सबका आभारी हुँ|
माफी चाहता हुँ पर आपने बारे में कुछ कहेना चाहता हुँ|ये कोई कवीता या शायरी नही फिर भी आप सभी से गुफ्तगु करना चाहता हुँ|सच मानो तो मैं यहाँ पे कुछ जीतने  या कुछ पाने के लिए नही लिख रहा हुँ|जब भी आप सभी कलाकारों को पढता हुँ तो फक्र होता है की कैसे इतना बडीया लिखते हो|पेशे से मैं अंग्रेजी का प्रोफेसर हुँ,कवीताएँ लिखना शौक है|सोलापुर जिल्हे के कुर्डुवाडी गाँव मे रहता हुँ|१२ साल मैंने कॉलेज में अध्यापन किया लेकिन बेवजाह मुझे हटाया गया शायद मेरे पास नाम या पहेचान कमी थी पर आपके प्यारे ने मुझे ये जख्म भुलने में मदत की|दोस्तों मेरे आदर्श गुलजार साहब जो मेरे लिए प्रेरणा का माध्यम है जब भी उनकी रचनाए पढता हुँ तो लगता है कि उनकी तरहा लिख पाना असंभव लगता है| किसी अपने ने कहा था कि कविताओं से पेट नहीं भरता इसी जख्म से मेरा nojoto पर सफर शुरु हुआ|बडी अजीब बात है दोस्तों और रिश्तेदारों की कमी नही पर उन लोगोने कभी मेरे  प्रतिभा को सरहाया नही|और आप लोग जिन्हें मैं जानता तक नही आपने प्यार दिया |बिल्कुल उसी तरहा रब हमें नजर नही आता फिर भी भी हमसे प्यार करता है|
कोटी कोटी आप सभी को प्रणाम और धन्यवाद| Nojoto के साथीयों का धन्यवाद
नमस्कार Nojoto प्यारे दोस्तों
सबसे पहले सबका शुक्रीया जिन्होंने मुझे इतना प्यार दिया|४०० से ज्यादा follower और २००० के करीब  likes मिले हैं|कभी सोचा नही था इतना प्यार मिलेगा पर मिला,मैं सबका आभारी हुँ|
माफी चाहता हुँ पर आपने बारे में कुछ कहेना चाहता हुँ|ये कोई कवीता या शायरी नही फिर भी आप सभी से गुफ्तगु करना चाहता हुँ|सच मानो तो मैं यहाँ पे कुछ जीतने  या कुछ पाने के लिए नही लिख रहा हुँ|जब भी आप सभी कलाकारों को पढता हुँ तो फक्र होता है की कैसे इतना बडीया लिखते हो|पेशे से मैं अंग्रेजी का प्रोफेसर हुँ,कवीताएँ लिखना शौक है|सोलापुर जिल्हे के कुर्डुवाडी गाँव मे रहता हुँ|१२ साल मैंने कॉलेज में अध्यापन किया लेकिन बेवजाह मुझे हटाया गया शायद मेरे पास नाम या पहेचान कमी थी पर आपके प्यारे ने मुझे ये जख्म भुलने में मदत की|दोस्तों मेरे आदर्श गुलजार साहब जो मेरे लिए प्रेरणा का माध्यम है जब भी उनकी रचनाए पढता हुँ तो लगता है कि उनकी तरहा लिख पाना असंभव लगता है| किसी अपने ने कहा था कि कविताओं से पेट नहीं भरता इसी जख्म से मेरा nojoto पर सफर शुरु हुआ|बडी अजीब बात है दोस्तों और रिश्तेदारों की कमी नही पर उन लोगोने कभी मेरे  प्रतिभा को सरहाया नही|और आप लोग जिन्हें मैं जानता तक नही आपने प्यार दिया |बिल्कुल उसी तरहा रब हमें नजर नही आता फिर भी भी हमसे प्यार करता है|
कोटी कोटी आप सभी को प्रणाम और धन्यवाद| Nojoto के साथीयों का धन्यवाद