forever mythoughts yqdidi yqbaba
Written by Harshita ✍️✍️
Jazzbaat#
कितनी हिम्मत से अकेले चल दिए।।
कुछ सपने कुछ हक़ीक़त का सामना कर रही हूं।।
बस मुस्कुराते हुए नई ज़िंदगी की तलाश में निकल रही हूं।।
नसीबों के भी खेल निराले देखे।।
हम ही नहीं रोज़ थोड़ा कुछ बदल गया है।।