तुमसे कितनी करते हैं मोहब्बत हम तुमने जाना ही नहीं, दिल से हमें अपना तुमने कभी माना ही नहीं! खामोश होकर हमने दिखाना चाही अपनी नाराज़गी तुम्हें, तुम हमारे खामोश लबों के दर्द को समझे ही नहीं! Restzone- लेखनसंगी #restzone #rzलेखकसमूह #rztask204 #deepshikha_skb #अहसास_ए_बयाँ #YourQuoteAndMine Collaborating with Deepshikha skb