एक परी थी... उसकी मूस्कान...जैसे..आसमान से खूशियो की बारीश हो रही हो ... पर जब से वो उदास है...तब से.. सारी खूशिया ही रूठ गई हो... तूम ही तो परी हो...आपकी मूस्कान.. मेरे लिऐ बहूत एमियत रखती है..और अनमोल भी है.. उसी से ही मेरी सूबह खूशियो से झूमती है... ©ganesh suryavanshi एक परी.. #beinghuman