लाखों लोग.....? ¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥ सपने नहीं सिंदूरी उनका, बिन सपने ही, वो सोते हैं। नीरव, शांत वातावरण में, बच्चे जठराग्नि से रोते हैं। ×××××××××××××××××××××××××××××× 👇 (Full in Caption) #shatyagashi #rotikapdamakan #inequalities #poorpeople #poverty लाखों लोग.....? ¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥¥ आज भी जब हम ठंडी में, मखमली कम्बल में सोते हैं। लाखों लोग आकाश तले, ठिठुर-ठिठुर रात खोते हैं। बिस्तर नहीं बिछावन भर का,