Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं रोज़ पिलाता हूं , उसे ज़हर का प्याला , एक दर

मैं रोज़ पिलाता हूं , उसे ज़हर का प्याला ,
 
एक दर्द जो अंदर है , वो मरता ही नहीं है ...

©꧁ARSHU꧂ارشد
  मैं रोज़ पिलाता हूं, उसे ज़हर का प्याला 
एक दर्द जो अंदर है, वो मरता ही नहीं है!! FAKIR SAAB(ek fakir) sana naaz Yogita Agarwal MमtA Maया Mahi

मैं रोज़ पिलाता हूं, उसे ज़हर का प्याला एक दर्द जो अंदर है, वो मरता ही नहीं है!! FAKIR SAAB(ek fakir) @sana naaz @Yogita Agarwal @MमtA Maया @Mahi #Shayari

171 Views