हुनर भी शांत हो गए जब, आप मेरे रूबरू आ मये। देखते ही आपको जैसे हम खुद को ही बिसरा गये। अजब सा नशा है इन दो कजरारे नैनों में जाने क्या कहते अनकहे रहा न काबू खुद पे हम इनकी बातों में आ गये। #जब आप आ गये