मायुसी ए ऐतबार का ये जो दौर है, कभी वहां रंजिशों का बाज़ार लगा था, आज दरवाज़े बन्द हों भले, मगर दौर ए इश्क़ में ये चलन बेशुमार चला था, ना याद कर के भी याद था, ऐसा हर्फ ए नाम सदाबहार रहा था, कभी वहां भी मोहब्बत का करोबार चला था, मायुसी ए ऐतबार का ये जो दौर है.... #yqbhaijaan #triptananwani #yqdidi #yqbaba #yourquote #aitbaar #bazaar