कैसे भूल जाऊ तेरी उन आँखों को, जो कभी मैं ना दिखु, तो देखने के लिए तरसती थी... . कैसे भूल जाऊ तेरी उस मुस्कुराहट को, जो नजरे मिलने पर तू मुस्कुराती थी... . कुछ पल बीताना चाहता था साथ तुम्हारे बस इतनी सी तो ख्वाहिश थी मेरी क्यों अब इन ख्वाहिशों केे लिए आँखे बरसती है मेरी #love #loyalty #loneliness #fakelove #nomorefakepeople