#MessageOfTheDay ग्रीष्म ऋतु ************ ये झोंका-ए-पुरवाई... वो करतलें पत्रों की... अद्भुत सी अनुभूति... रिमझिम सी इन बूंदों की... मधुर ध्वनि संग मंद-मंद... खिले पुष्प बहती सुगंध... चहुंओर फैली मोहक लड़ी... उमस भी दबी घड़ी दो घड़ी... किया शिखरों ने इशारा... शाम संग अद्भुत नज़ारा... प्रकृति ने ली करवट सी है... रवि बांटता सिलवट सी है... पल-पल बदलती ये छटा... अब जांचती हिम्मत सी है... अब जांचती हिम्मत सी है... सुधा भारद्वाज "निराकृति" ©सुधा भारद्वाज #ग्रीष्म_ऋतु(#summer_season) #Messageoftheday