साहिल मैं समंदर के बीच से मोती चुन के लाऊंगा, तुम *साहील* पर बैठे रहोगे ये वादा करो, तुम चली गई अब वहाँ सिर्फ़ रेत ही रेत हैं, मैं आधा हुआ अब तुम खुद को आधा करो...